Meta ने OpenAI के चार प्रमुख शोधकर्ताओं को अपनी Superintelligence टीम में शामिल किया, AGI की दिशा में बड़ी पहल।

Meta ने फिर मारा बड़ा झटका: 4 और OpenAI शोधकर्ता हुए शामिल superintelligence टीम में!

आज की तकनीकी दुनिया में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की दौड़ अब और ज़्यादा दिलचस्प होती जा रही है। Meta ने एक बार फिर बड़ा कदम उठाते हुए OpenAI के चार प्रमुख शोधकर्ताओं को अपनी टीम में शामिल कर लिया है। ये सभी वैज्ञानिक अब Meta की “Superintelligence” परियोजना पर काम करेंगे, जिसका उद्देश्य है एक ऐसी AI प्रणाली बनाना जो इंसानों जैसी समझ और सोचने की क्षमता रखती हो।

इन शोधकर्ताओं के नाम हैं — Shengjia Zhao, Jiahui Yu, Shuchao Bi और Hongyu Ren। ये सभी पहले OpenAI में महत्वपूर्ण पदों पर थे और GPT-4 जैसी उन्नत AI टेक्नोलॉजी में उनका बड़ा योगदान था। अब Meta की यह चाल तकनीकी प्रतिस्पर्धा को एक नया मोड़ देती दिख रही है।

कौन हैं ये वैज्ञानिक?

इन चारों ने OpenAI में रहते हुए कम्प्यूटर विज़न, मल्टीमोडल मॉडलिंग और डीप लर्निंग जैसे क्षेत्रों में क्रांतिकारी काम किया है। इनके पास वर्षों का अनुभव और नवीनतम तकनीक की गहरी समझ है। यही कारण है कि Meta ने इन्हें अपनी टीम में लाने के लिए विशेष कोशिश की।

क्या मिला इन्हें?

अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि Meta ने इन वैज्ञानिकों को लुभाने के लिए कितनी बड़ी राशि की पेशकश की, लेकिन अटकलें लगाई जा रही हैं कि साइनिंग बोनस करोड़ों में हो सकता है। हालांकि, इन खबरों को लेकर दोनों कंपनियों में विवाद भी सामने आया है। Meta ने इस तरह की राशि देने से इनकार किया है, जबकि कुछ अंदरूनी सूत्र इस बात को स्वीकार भी कर रहे हैं।

Meta की Superintelligence योजना

Meta का लक्ष्य अब सिर्फ सोशल मीडिया तक सीमित नहीं है। कंपनी अब AI की दुनिया में भी सबसे आगे निकलने की कोशिश कर रही है। इसके लिए उन्होंने न केवल बड़े वैज्ञानिकों को जोड़ा है, बल्कि इन्फ्रास्ट्रक्चर, रिसर्च फैसिलिटीज़ और संसाधनों पर भी भारी निवेश किया है।

Meta का मानना है कि सुपरइंटेलिजेंस विकसित करना इंसानियत के भविष्य को बदल सकता है। इसके जरिए ना सिर्फ तकनीक उन्नत होगी, बल्कि स्वास्थ्य, शिक्षा, और वैज्ञानिक खोज जैसे क्षेत्रों में भी क्रांति लाई जा सकेगी।

AGI की दौड़: कौन जीतेगा?

Artificial General Intelligence (AGI) यानी ऐसी AI जो हर क्षेत्र में इंसानों की तरह सोच सके, तकनीकी दुनिया का अगला बड़ा सपना है। Meta और OpenAI दोनों ही इस सपने को साकार करने की दिशा में तेज़ी से बढ़ रहे हैं। एक तरफ Meta, तो दूसरी तरफ OpenAI — दोनों ही एक-दूसरे से टैलेंट छीनने में लगे हैं।

ऐसे में ये देखना बेहद दिलचस्प होगा कि आने वाले समय में कौन इस रेस को जीतता है और दुनिया को सबसे पहले इंसानों जैसी सोचने वाली AI देता है।

निष्कर्ष

Meta द्वारा OpenAI के चार प्रमुख शोधकर्ताओं को अपनी टीम में शामिल करना एक बड़ा संकेत है — अब AGI की लड़ाई और ज़्यादा तीव्र हो चुकी है। चाहे बोनस का सच कुछ भी हो, लेकिन इतना साफ़ है कि AI की दुनिया में अगले कुछ साल बेहद निर्णायक होने वाले हैं।

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